About KICCI

VISION of KICCI

Transforming Kisan Kommunity into Entrepreneurs/Industrialist and make a network of one lakh entrepreneurs within five years. (KISAN BANEGA UDHOGPATI)

दृष्टिकोण

कृषक समाज को व्यवसायी / उद्योगपति बनाना और पाँच वर्ष के भीतर 01 लाख व्यवसायियों का नेटवर्क बनाना ।

MISSION of KICCI

To translate the Kommunity’s “social capital into financial capital” through developing entrepreneurship among existing, rising and potential entrepreneurs to mitigate their socio-economic problems that leads us to contribute in creating wealth and catalyze the inclusive growth of nation.

ध्येय

कृषि समाज के वर्तमान, उभरते हुये और क्षमतावान प्रतिभाओं में व्यावसायिक / व्यापारिक गुण का विकास करके “सामाजिक पूँजी को वित्तीय पूँजी“ में बदलना जो आगे चल कर हमें देश के विकास और समृद्धि में अंशदाता बनायें ।

VALUE PROPOSITION OF KICCI

KICCI is a non profit organization transforming kisan kommunity into Industrialist/Entrepreneurs through developing entrepreneurship among existing/rising/potential entrepreneurs, professionals, consultants, educated youths and farmers of kisan kommunity. Apart from other existing chamber of commerce and Industry in India, KICCI is exclusively empowering kisan kommunity financially through entrepreneurship to tap the benefits of liberal market economy to mitigate their socio-economic problem and enable them to contribute in creating wealth for nation and inducing inclusive growth to bridge urban-rural divide.

मूल्यात्मक मानदंड

किक्की एक गैर लाभकारी संस्था है जो किसान समाज के वर्तमान, उभरते हुये, क्षमतावान किन्तु अविकसित प्रतिभाओं, पेशेवर सलाहकार नौजवानो में उद्यमशीलता का विकास कर के उन्हें उद्योगपति बनायेगी। अन्य बहुत से आर्थिक संगठनों से अलग किक्की बाजारोन्मुखी अवसरों को कृषक समाज तक पहुँचा कर तथा उनमें उद्यमशीलता पैदा कर के उन्हें सक्षम बनायेगी । जिससे शहर और गॉंव की खाई कम हो और देश के आर्थिक विकास में उनका उल्लेखनीय योगदान हो ।

BACKGROUND AND RATIONALE OF KICCI

We, the kisan clan (an agrarian kommunity), are the leader of agriculture and related activities. Since centuries we have been making substantial contribution in country’s GDP via agriculture. India adopted liberal economic policy in the year 1991. It opened the flood gates of liberal economic market to all sections of society. Urban society harnessed this opportunity but rural kisan kommunity is still facing obstacles and the rural-urban divide has grossly increased since then. So the need of hour is to shift agrarian kommunity from semi-feudal rural economy to urban economy and motivate them to join modern occupations and agro-business.
The kommunity has been a major social capital in our growth process. Enormous economic benefits flow through social capital. The kommunity has immense capability to consolidate business and entrepreneurship. It also inherent social capital in form of high level of trust amongst its members which greatly reduces risk and cost of business. Hence its high time that we transform this social capital into financial capital.
In the back drop of above mentioned scenario, it has motivated us to constitute a body which will have potential to translate our kommunity’s social capital into financial capital. In the result of this thought process and with inspiration and mentorship of JANADHAR SANGATHAN (JS: working for kommunity’s social capitalization-Lucknow, U.P.) an unique chamber of commerce and industry for our kommunity came into reality on 26th August, 2016 in the name of – KOMMUNITY INDIAN CHAMBER OF COMMERCE & INDUSTRY (KICCI).
The target group of KICCI are kommunity’s farmers, existing entrepreneurs, rising entrepreneurs, potential entrepreneurs, professionals/ consultants, unemployed educated youths.

किक्की की अवधारणा एवं पृष्ठभूमि

हम 'कृषक समाज' मुख्यतः कृषि एवं सहायक क्रियाकलापों में अग्रणी है। सदियों से हम देश के सकल घरेलू उत्पाद विकास में कृषि के द्धारा उल्लेखनीय योगदान करते आ रहे हैं । भारत ने वर्ष 1991 में उदार आर्थिक नीति अपनाई। इसने उदार आर्थिक बाजार के द्धार समाज के सभी वर्गों के लिए स्वतंत्र रूप से खोल दिए। शहरी समाज ने इस अवसर का जम के लाभ उठाया । जबकि गॉंव के किसान समाज के लिए गतिरोध आज भी दूर नहीं हुये हैं । परिणामस्वरूप शहर - गॉंव के बीच खाई और बढ़ गयी है । अतः यह समय की मांग है कि कृषक समाज को छदम बेरोजगारी से बाहर लाकर शहरी अर्थव्यवस्था से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाये ।

कृषक समाज के पास हमारी प्रक्रिया के लिए बहुत बड़ी सामाजिक पूँजी है जिसके अनगिनत लाभ मिल सकते हैं । समाज में व्यापार एवं उद्यमिता के लिए अपार क्षमता समाहित है। कृषक समाज की आंतरिक शक्ति उनके सदस्यों का आपसी जुड़ाव एवं विश्वास है जो अंततः व्यापार के जोखिम एवं व्यय को कम करता है । इसलिए यह समय की माँग है कि हम इस सामाजिक पूँजी को वित्तीय पूँजी में बदल डालें ।

इन सब स्तिथियों के परिदृश्य में यह प्रेरणा जगी कि एक ऐसी संस्था का गठन किया जाये जो हमारे किसान समाज की 'सामाजिक पूँजी' को 'वित्तीय पूँजी' में बदल सके। जनाधार संगठन (समाज की क्षमताओं के विकास एवं संगठित करने हेतु कार्यरत संगठन) की प्रेरणा एवं अनगिनत बैठकों में संपन्न विचार विनिमय की प्रक्रिया के बाद दिंनाक 26 अगस्त 2016 को हमारे कृषक समाज के 'चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री' का गठन किया गया जिसका नाम "कम्युनिटी इंडियन चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री" रखा गया।

किक्की का लक्ष्य समूह: समाज के किसान, कार्यरत उद्यमी, उदीयमान उद्यमी, अविकसित क्षमतावान उद्यमी, पेशेवर / सलाहकार, बेरोजगार युवा आदि किक्की के लक्ष्य समूह में शामिल है।

FOUNDATION HISTORY OF KICCI

The idea of a chamber of commerce and Industry for farmer Kommunity was floated in Janadhar Sangthan workshop held on 10th April, 2016 in IIM-Lucknow and brief presentation put in this workshop. On 25th May, 2016 around 50 industrialist and entrepreneurs of our Kommunity assembled in Noida and decided to frame small working core group on –finance, management, legal, IT, event management etc. These core group worked hard and finally KICCI came in shape. KICCI got registered under section-8 of Companies Act 2013 . It got registered on 26th August 2016. Foundation ceremony was held in the club of sector 26 Noida ( U.P. ) on 28th August, 2016.

किक्की का आधार इतिहास

दिनांक 10 अप्रैल 2016 को आई.आई.ऍम. लखनऊ में सम्पन्न जनाधार संगठन की कार्यशाला में एक प्रस्तुतीकरण के द्धारा कृषक समाज के लिए उद्योग एवं व्यापार मॉडल के गठन का विचार लाया गया । दिनांक 25 मई 2016 को हमारे कृषक समाज के लगभग 50 उद्योगपति एवं उद्यमी नोयडा में एकत्र हुए और वित्त, प्रबंधन, वैधानिक, सूचना - तकनीक, कार्य प्रबंधन आदि के लिए कार्यदल के गठन का निर्णय लिया । इन कार्यदलों के अथक प्रयासों से किक्की का वर्तमान स्वरुप सामने आया । भारतीय कम्पनीज एक्ट 2013 की धारा 08 के तहत दिनांक 26 अगस्त 2016 को किक्की का पंजीकरण हो चुका है । किक्की का स्थापना समारोह 28 अगस्त 2016 को नोयडा के सेक्टर 26 में स्थित क्लब में धूमधाम से मनाया गया ।

OBJECTIVES OF KICCI

KICCI, as a kommunity effort will bring together our kommunity's enterpreneurs under one umbrella.

KICCI will be one stop resource center for mentoring financial and managerial assistance, training and provide platform for our kommunity's enterpreneurs to network through business trafe fair, exhibitions, conference, seminars and workshops.

To create venture capital for existing and young aspiring kommunity's enterpreneurs.

Develop one lakh enterpreneurs with in five years of our kommunity under mentorship of KICCI

किक्की के उद्देश्य

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ACTIVITIES AND SERVICES OFFERED BY KICCI

Implement Entrepreneur Development Program (EDP) and incubation to entrepreneurs.

Networking and provide business services like: B2B (Business to Business), B2C (Business to Customer) and B2G (Business to Government).

Promote and facilitate Agri-Business and make access to farmers in supply chain and marketing.

Promote and create ecosystem for innovation, research and development and facilitate in commercialization of Technology.

Assist and suggest the government and corporate bodies in policy making and information dessimination.

Take web initiatives, ICT (Information and Communication Technology), promote and facilitate to e-commerce and financial inclusion.

Promote knowledge base economy. Provide consultancy services and arbitration.

Coordination and lobbying with Government bodies of India and multi global organizations like-UNO, UNIDO, WTO, WORLD BANK, IMF BRICS, SAARC, FAO, EUROPEAN UNION, ASEAN etc.

Launch and implement corporate social responsibility (CSR) though KICCI.

Promote Green initiatives in all product and services of KICCI entrepreneurs to make world green and carbon neutral.

किक्की की गतिविधियां एवं सेवाऐं

उद्यमी विकास कार्यक्रम को लागू करना एवं उद्यमियों का पोषण ।

नेटवर्किंग एवं व्यावसायिक सेवायें जैसे B2B (Business to Business), B2C (Business to customer), B2G (Business to Government)

कृषि आधारित वयवसाय को बढ़ावा देना व् सुविधायें देना, और किसानो को विपरण एवं मार्केटिंग में जगह देना ।

नयेपन, खोज, विकास और तकनीक के व्यवसायीकरण में पारिस्थितिकी तंत्र बनाना एवं विकसित करना ।

सूचना विकास एवं नीति निर्धारण में सरकार एवं निकाय को सहायता एवं सुझाव देना ।

वेब आधारित क्रियाकलापों को बढ़ावा देना, सूचना एवं संवाद-तकनीकी और ई-कॉमर्स को प्रोत्साहन देना ।

ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देना ।

सलाहकार सेवाएं देना तथा व्यावसायिक विवाद में मध्यस्तथा करना ।

भारत सरकार, सरकारी विभागों, वैश्विक संगठनों से तालमेल जैसे UNO, UNIDO, WTO, World Bank, IMF, BRICKS, SAARC, FAO, European Union, ASEAN etc.

कॉरपोरेट सामाजिक दायित्वों का किक्की के माध्यम से लागूकरण ।

संसार को हरा भरा करने एवं कार्बन मुक्त करने के लिए किक्की उद्यमियों की सभी सेवाओं और वस्तुओं में हरित आंदोलन को प्रोत्साहन ।

ORGANIZATIONL SETUP OF KICCI

KICCI is registered under section-8. of Companies Act 2013. Registration Number: CIN No. U74999DL2016NPL304990 dated: 26th August, 2016. It is a non profit organization having Eleven directors.

1. Share Holder/Life Time Member: Shares may be allotted to those who deposited Rs. 1,10,000/- subject to the approval of Board of Directors (BOD) and Directors will be elected among the share holders.

2. General Members: May be enrolled those who deposited Rs.10,000/- (Rs. 5,000/- membership fee and Rs. 5,000/- will be annual subscription). Subjected to the approval of Board of Directors (BOD).

3. Rising/Potential Entrepreneurs/Professionals: May be registered by paying one time Rs. 500/- subjected to the approval of Board of Directors (BOD).

4. Associate Membership: May be allotted to corporate groups with fee as decided by Board of Directors (BOD).


Financial Details:

All payment should be made in favor of “Kommunity Indian Chamber of Commerce and Industry” payable at Delhi in bank account number 36146721781. State Bank of India, Branch: Connaught Circus, New Delhi- 110001. IFSC: SBI0030203

किक्की का संगठनात्मक ढ़ाचा

किक्की का पंजीकरण कम्पनीज एक्ट 2013 की धारा 08 के तहत हुआ है । इसका पंजीकरण संख्या CIN No. U74999DL2016NPL304990 दिंनाक 26 अगस्त 2016 है । यह एक गैर लाभकारी संस्था हैं जिसमे 11 निर्देशक हैं ।

1- अंशधारक / आजीवन सदस्य : रुपये 1,10,000 /- जमा करने वाले को अंशधारक बनाया जा सकता है, बशर्ते कि निर्देशक मंडल उसका अनुमोदन करें । निर्देशक मंडल का चयन अंशधारकों से किया जायेगा ।

2- सामान्य सदस्य: रुपये 10,000 /- (रुपये 5000 /- सदस्यता शुल्क एवं रुपये 5000 /- वार्षिक शुल्क) जमा करने वाले को साधारण सदस्य बनाया जा सकता है, बशर्ते कि निर्देशक मंडल उसका अनुमोदन करें ।

३- उदीयमान / क्षमतावान उद्यमी: रुपये 500/- जमा करने वाले को उदीयमान / क्षमतावान उद्यमी सदस्य बनाया जा सकता है बशर्ते कि निर्देशक मंडल उसका अनुमोदन करे ।

४- एसोसिएट सदस्यता: किसी भी कॉरपोरेट / ग्रुप को निर्देशक मंडल के अनुमोदन से निर्धारित फीस के साथ एसोसिएट सदस्य बनाया जा सकता है ।

T-301, Chetan Plaza, LSC, Mayur Vihar Phase 1 Ext. Delhi – 110091, INDIA

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